JAY SIDDHIVINAYAK
निम्न लिखित मंत्र के द्वार भगवान श्री गणेशजी को नैवेद्य अर्पण करना चाहिए-
नैवेद्यं गृह्यतां देव भक्तिं मे ह्यचलां कुरू |
ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परां गरतिम् ||
शर्कराखण्डखाद्यानि दधिक्षीरघृतानि च |
आहारं भक्ष्यभोज्यं च नैवेद ||
ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परां गरतिम् ||
शर्कराखण्डखाद्यानि दधिक्षीरघृतानि च |
आहारं भक्ष्यभोज्यं च नैवेद ||
गणेशपुरा कोठ के गजानन गणपतिदादा के 22 MAY- 2019 के दर्शन|
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GANESHPURA KOTH- IMAGE- 22 MAY- 2019 |
GANESHPURA KOTH- IMAGE- 22 MAY- 2019 |
GANESHPURA KOTH- IMAGE- 22 MAY- 2019 |
GANESHPURA KOTH- IMAGE- 22 MAY- 2019 |
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